नहीं रहे पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव। बिहार के सभी नेताओं ने जताया शोक।

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समाजवादी पार्टी के संरक्षक उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के निधन पर देश शोक है। 22 नवंबर 1939 को जन्‍में मुलायम सिंह यादव ने अपने राजनीतिक जीवन में विरोधियों को कई बार हार का सामना करवाया।समाजवादी राजनीति के पुरोधा माने जाने वाले सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव का देहांत हो गया है।उन्होंने गुरुग्राम के मेदांता में 82 वर्ष की उम्र में आखिरी सांस ली। लोहियावादी नेता मुलायम सिंह पिछड़ी जातियों अल्‍पसंख्‍यकों के पैरोकार के रूप में जाने जाते रहे हैं। नेताजी महज 4 वर्ष की आयु में रैली में शामिल हुए थे।
जब उनकी उम्र महज 14 वर्ष की थी तत्‍कालीन केंद्र में बैठी कांग्रेस सरकार के खिलाफ रैली निकाली थी। राम मनोहर लोहिया के आह्वान पर नहर रेट आंदोलन में हिस्‍सा लिया। यही नहीं इस आंदोलन का प्रतिनिधित्‍व करते हुए मुलायमय सिंह यादव को जेल भी जाना पड़ा था।मुलायम सिंह यादव तीन बार यूपी के मुख्यमंत्री रहे हैं। साल 2012 में उन्होंने अपने बेटे अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाया। वो केंद्रीय मंत्री भी रहे हैं। मुलायम सिंह यादव 8 बार विधानसभा-विधानपरिषद के सदस्य रहे हैं, तो 7 बार उन्होंने लोकसभा का चुनाव जीता। मौजूदा समय में मुलायम सिंह यादव मैनपुरी के सांसद थे।
वर्ष 1954 में नेता जी ने सक्रिय राजनीति में एंट्री की थी।1967 में 28 वर्षीय मुलायम सिंह को अपनी सीट उपहार में देते हुए जसवंत नगर से इलेक्‍शन लड़वाया मुलायम ने जीत हासिल कर सबसे कम उम्र वाले विधायक बन गए।नाथू सिंह ने ही मुलायम की मुलाकात डॉ राममनोहर लोहिया से करवायी थी। 1967 में जब छुआछूत जातीय व्‍यवस्‍था चरम पर थी उसी समय इस व्‍यवस्‍था का जमकर विरोध भी मुलायम सिंह यादव ने किया था। 1968, 1974 ,1977 में हुए मध्‍यावधि चुनाव में सामने वाले उम्मीद्वार को धूल चटा दी थी।उसी वक्त सर्वहारा के हितों के लिए मुलायम सिंह ने आवाज उठाई। जब उन्हे नाथु सिंह ने धरतीपुत्र के नाम से नवाजा था। उसी वक्त से राजनीति में उनके नाम के आगे धरतीपुत्र भी जुड़ गया था। मुलायम सिंह की समाजवादी विचारधार जनता में पकड़ मजबूत होने के चलते वे एक नहीं बल्की तीन बार यूपी की सत्ता पर काबिज हुए, इसके अलावा भारत के रक्षामंत्री का भी सफल कार्यकाल मुलायम सिंह यादव ने पूरा किया था।
बिहार सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह के निधन पर एक दिन के राजकीय शोक का एलान किया। वहीं लालू यादव ने भी उनके निधन पर शोक जताते हुए बड़ी बात कही। उन्होंने मुलायम सिंह के निधन पर गहरा शोक प्रकट करते हुए कहा कि हमारे उनके संबंध पारिवारिक हैं।साथ ही कहा कि बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव उनके अंतिम संस्कार में शामिल होंगे।लालू प्रसाद यादव ने मुलायम सिंह को समाजवादी पार्टी का वट वृक्ष बताया।लालू बोले कि मुलायम सिंह यादव हमारे बीच नहीं रहे।उन्होंने देश में समाजवादी आंदोलन को आगे बढ़ाया था। हमारे और उनके संबंध पारिवारिक हैं।उपमुख्यमंत्री उनके अंतिम संस्कार में जाएंगे. भगवान उनके परिवार को शक्ति दे। बता दें कि अपने खास मित्र को खोने के बाद लालू यादव काफी शोक में हैं।