NIPUN भारत के अंतर्गत बिहार में चलने वाली “चहक” कार्यक्रम अपने आप में बहुत ही उम्दा है!! बिहार के सभी सरकारी विद्यालयों से प्राध्यापक /प्रभारी के साथ साथ कक्षा 1 के लिए नामित एक शिक्षक को पांच दिवसीय गैर आवासीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिसमें आंगन बाड़ी से आने वाले नए छात्रों को विद्यालय में 3 महीने तक 140 कार्यक्रम के द्वारा मन लगवाना है। तीन माह का स्कूल रेडिनेस मॉड्यूल ‘चहक ‘ विकसित किया गया है। इस से बच्चों के मन से भय को समाप्त करना और विद्यालय को अपना घर से बेहतर होने का अनुभव कराना है। साथ ही साथ बच्चों में चार मुख्य आयामों को प्रभावित करना जैसे भाषा विकास, शारिरिक विकास, सामाजिक और भावनात्मक विकास और संख्यात्मक और पर्यावरणीय समझ का विकास करना है इस प्रोग्राम को बिहार में 2022 के जूलाई माह से लागू किया गया है।
चहक प्रोग्राम ,UNFPA_MANUU के अंतर्गत बिहार में चलने वाली प्रोग्राम Adolescence education Program की भांति है। यह प्रोग्राम अप्रैल 2019 से चल रही है जो कि मदरसा के शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
चहक प्रोग्राम का उद्देश्य : प्रत्येक बच्चे में बुनियादी साक्षरता एवं संख्या समझ को विकसित करने के मकसद से बिहार सरकार द्वारा निपुण बिहार कार्यक्रम का संचालन प्रारंभ किए जाने की योजना है। इस के अंतर्गत 9 वर्ष तक के बच्चों का विद्यालय में नियमित हाजिरी के साथ -साथ विद्यालय में ठहरें, सीखे तथा निपुण बनें । यह भी आशय है कि कक्षा एक के नव नामांकित बच्चों के लिए रुचिकर होगा तथा बच्चों का विद्यालय से जुडाव को सुदृढ़ करने में सहायक होगा।
शिक्षकों का दायित्व :
बच्चों की वैयक्तिक भिन्नताओं को ध्यान में रखते हुए उनके सीखने – सिखाने की प्रक्रिया को सरल सहज एवं मनोरंजन पूर्ण बनाना शिक्षकों का मुख्य दायित्व व कर्तव्य है।
1 Language Development
2 Physical Development
3 Social & Emotional Development
4 Numerical &Environmental Development