पंचायत चुनाव: बनगामा पंचायत जो कि एक विभिन्न विशेषताओं को अपने अंदर लिए हुए हैं अररिया मे कुल 218 पंचायत हैं और 9 ब्लॉक और 6 विधानसभा सीटें हैं
अररिया जिला में अनेक प्रकार के विशेषताएं हैं
पर उधर न जाकर
मै बनगामा पंचायत के बारे बताऊँ
बनगामा पंचायत अररिया ब्लॉक में आता है
बनगामा पंचायत में कई महत्वपूर्ण और मुख्य गाँव हैं
उदाहरण :
खैरूगंज, खैरूगंज शेरशाह आबादी टोला, पकरिया टोला, बनगामा टोला, और कई छोटे छोटे गाँव हैं,
बनगामा पंचायत कई मानो मे विशेषता के स्तर पर खड़ा नजर आता है, इस पंचायत में अधिक स्तर पर मुस्लिम आबादी हैं और लगभग 30 ०/० आबादी हिंदू जाती के हैं
अगर जात के अनुसार द्श्य किया जाय तो इसमें विभिन्न जाती के लोग बसें हैं
शेरशाह आबादी, कुलैयहा, शेख,
मुशोहर, कूरी इत्यादि,
इस प्रकार इस पंचायत का पंचायती चुनाव अधिक रुप वो रंग को लेकर उभरता है.
चुनाव के समय काफी चर्चित में रहता है
के भाग्यशाली किसके तिलक होगा, और सेहरा किसके माथे मे जा गिरेगा,
चुनाव मे काफी निखार आने कि एक वजह यह भी होती है कि यहाँ के अधिक लोग लगभग 90 ०/० किसान हैं, किसान होने के कारण अधिकतर लोग घर ही मे उपस्थित रहते हैं इसी बिना पंचायती चुनाव मे अधिक हिस्सा लेते हैं, आपको बताता चलूँ के बनगामा पंचायत में मुखिया का ताज हर जात मे गया है,
इस पंचायत में अधिक मुस्लिम आबादी होने के नाते भी मुखिया का ताज हिंदू जाती मे अधिक रहा और वर्तमान मे मुखिया हिन्दू जाती से संबंध रखते हैं
आपको यहाँ पर एक बात बता दूँ कि चाहे किसी भी समुदाय से मुखिया बने हैं कार्य एवं विकास के रूप से बहुत ही पीछे रहे हैं,
जिसके कारण सभी समुदाय के लोगों को दुख और परेशानियों का सामना करना पड़ता है,
चाहे बिजली का समस्या हो या नल जल का या सड़क या बेरोजगारी पे किसी स्तर पर पुर्ण रूप से काम नही हुआ है,
चुनाव होने से पहले हर कार्य एवं विकास को अति रूप से पूरा करेंगे,
और हर योजनाओं को सफलतापूर्वक बनाएंगे परंतु जीत के बाद इसके अतिरिक्त उल्टा नज़र आता है, जो बहुत ही दुखद वाली बात है
ये तो पंचायती स्तर से बातें थीं
एक नज़र गाँव के वर्ड सदस्यों के ऊपर जातें हैं
वर्ड सदस्य जिनका काम वर्ड स्तर पर होता है अगर इनका कार्य एवं विकास का ब्यौरा निकाला जाए तो शुन्य बटे शुन्य निकलेगा, ??? अगर क्रपशन को हल्की नज़र से परखते हैं तो पता चलता है कि इसमें काफी बढोतरी हुए हैं
शौचालय मे 3000 लेना
प्रधानमंत्री आवास के पहली किस्त आने पर मात्र 10000 रूपये हर किस्त मे 5 किलो मिठाई का पैसा
भाई क्या बताऊँ जनता से पैसा ही पैसा, रोना आता ?? सरकारी योजनाओं पर इस प्रकार लूट
चुनाव के समय जो प्रत्याशी जनताऔं से हाथ✋✋ जोड़ कर विकास को पूरा करने एवं भृष्टाचार से मुक्ति दिलाने का पूर्ण रूप से भरोसा दिलाते हैं
,
इस निंदनीय स्थिति का कारण यह भी हो सकता है कि हम जनता अनपढ एवं आसिक्षित आदमी को वर्ड सदस्य बना देते हैं, जो कार्य एवं विकास को ही नही जानते हैं,
अगर एक वर्ड सदस्य चाहे तो अपने वर्ड को दुबय के शहर जैसा बनाया जा सकता है, लेकिन वही बात “नाच न जाने आंगन ठेडा”
लिखने का उद्देश्य भाई लगभग पंचायत चुनाव का समय आने वाली है,
प्रत्येक प्रत्याशी आपको झासा देगी, जो आप के हक लेकर मनमानी करेंगे, और भृष्टाचार को बढ़ावा देने मे सहयोग करेगी,
इसलिए बनगामा पंचायत के सभी भाईयों से अपील है कि सोचकर कदम उठाएं चाहे जिस समुदाय का हो अच्छा और ईमानदार नेता चुन्ना है, जो विकास को सही ढंग से पूरा करे ☝☝और पंचायत को भ्रष्टाचार से मुक्ति करें,