20 दिन में दूसरी बार बिहार पहुंचे अमित शाह। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दौरे को लेकर बिहार की सियासत गरमा गई है। सत्ताधारी दल जेडीयू ने साफ तौर पर कह दिया है कि अमित शाह के आने से जेडीयू की सेहत पर कोई असर नहीं पड़ने वाला। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज एक दिन के बिहार दौरे पर पहुंचे हैं। उनके साथ यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे।
उन्होंने लोकनायक जय प्रकाश नारायण की जयंती के अवसर पर उनकी जन्मभूमि सिताबदियारा में आयोजित कार्यक्रमों में हिस्सा लिया।नीतीश कुमार के साथ गठबंधन टूटने के बाद अमित शाह का ये दूसरा बिहार दौरा है। अमित शाह और योगी आदित्यनाथ ने लोकनायक जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा का अनावरण भी किया। दरअसल बिहार में सत्ता से बाहर होने के बाद बीजेपी को आगामी चुनाव में कई प्रकार की चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
यही वजह है कि अमित शाह ने कमान खुद अपने हाथ में ले रखी है। हालांकि बिहार में विधानसभा के चुनाव 2025 में होने हैं। लेकिन इसके पहले 2024 में लोकसभा चुनाव होना है। गौरतलब है कि महज 20 दिनों के अंदर अमित शाह का ये बिहार का दूसरा दौरा है। इससे पहले पिछले महीने 23 और 24 सितंबर को अमित शाह सीमांचल के दौरे पर गए थे।अधिकारियों ने बताया कि गृह मंत्री के दौरे के लिए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं।
वहीं बीजेपी नेता सुशील मोदी के यह कहने पर कि जेडीयू विधानसभा चुनाव करके देख ले। इसपर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि सबको मालूम है कि लोकसभा का चुनाव पहले हैं और विधानसभा का चुनाव बाद में है। सुशील मोदी पहले लोकसभा का चुनाव हो जाने दें। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है कि बीजेपी के लोगों का जो मकसद है।उसमें उनको कोई कामयाबी नहीं मिलने वाली है। अमित शाह बिहार आ रहे हैं तो आएं। नाक भी रगड़ लेंगे तो कोई फर्क नहीं पड़ेगा। बिहार की जनता नीतीश कुमार के साथ पूरी तरह से है। इस गोलबंदी को देखकर विरोधी खेमे के लोग परेशान हैं और इसी हताशा में अमित शाह बिहार आ रहे हैं। कुशवाहा ने कहा कि अमित शाह को जिस तरह से लड़ना है लड़ लें। इंतजार करें अभी चुनाव आने वाला है। वो कही भी जाएं जेडीयू को उससे कोई फर्क नहीं पड़ता है।